नोबल पुरस्कार विजेता कविवर,गुरुदेव रबिंद्र नाथ टैगोर पर विशेष

“”भारत के महामानव सागर किनारे मंगलघट भर सकें””भविष्य याद करेगा तब कलाकर की मेरी भूमिका नजरंदाज नहीं करेगा”गुरुदेव टैगोरसाभार:दैनिक भास्कर,हिंदुस्तान